नई दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मन्त्री डॉ .हर्ष वर्धन ने भारत के पोलियो मुक्त होने की छठी वर्षगांठ पर देशवासियों को बधाई देते हुए कहा है कि -
“लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है
चढ़कर गिरना,गिरकर चढ़ना, न अखरता है,
मेहनत उसकी बेकार हर बार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती ।”
उन्होंने कहा कि यही भाव लेकर,आज हम सबको प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना वायरस (कोविड-2019 )जैसी महामारी को परास्त करना होगा। डॉ .हर्ष वर्धन ने अपने सोशल मीडिया प्लैट्फ़ॉर्म के ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि भारत में पोलियों उन्मूलन की यात्रा अत्यंत कठिन थी,लेकिन जब भारतवासियों ने ठान लिया,तो यह राह आसान होती चली गई और अंतत हमारी जीत हुई।
इससे पहले हमारे इसी जज़्बे के फलस्वरूप चेचक (Smallpox )को हरा कर भी भारत ने बीमारियों के उन्मूलन (disease eradication )के नए आयाम स्थापित किए थे।
डॉ हर्ष वर्धन ने कहा कि अब की बारी कोरोना वायरस (कोविड-2019 ) को हराने की है।
कोरोना योद्धाओं का मनोबल न तोड़ें
उन्होंने कहा कि कोरोना के ख़िलाफ़ जंग जीतना हमारा राष्ट्रधर्म है।इस लड़ाई के योद्धा हमारे चिकित्सक नर्सेस और पेरा मेडिकल स्टाफ़ हैं,लेकिन कुछ लोग उनके प्रति सामाजिक भेदभाव व मनोविकार भय का माहौल बना रहे हैं,जो दु:खद है।कृपया हमारे कोरोना योद्धाओं का मनोबल न तोड़ें।मत भूलें कि कोरोना के ख़िलाफ़ यह लड़ाई एक अनुष्ठान है।
दादी जानकी एवं सतीश गुजराल के निधन पर शोक
डॉ .हर्ष वर्धन ने ब्रह्मकुमारी संस्था की प्रमुख व स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एम्बेसडर राजयोगिनी दादी जानकी जी के निधन पर गहरा शोक व्यक करते हुए कहा कि इस दुखद ख़बर से मन व्यथित है।
राजयोगिनी दादी ने 140 देशों में ब्रह्मकुमारी केंद्रों की स्थापना कर लाखों लोगों में आध्यात्मिक चिंतन के बीज बोने की दिशा में जो योगदान दिया वह हम सबके लिए प्रेरणादायक है।
इसी प्रकार बहुमुखी प्रतिभा के धनी पद्म विभूषित सतीश गुजराल के निधन के बारे में जानकर भी गहरा दु:ख हुआ।
गुजराल जी वास्तुकार, चित्रकार,भित्तिचित्र व ग्राफिक के बेजोड़ कलाकार थे।कला के क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
ईश्वर दोनों महान व्यक्तित्वों की आत्मा को शांति प्रदान करें।